Old song lyrics Nanha munna rahi hun

Old song lyrics Nanha munna rahi hun 

Nanha munna rahi hun old song lyrics शकील बदायूंनी द्वारा रचित गीत पुरानी फिल्म son of India का देशभक्ति गीत जो पूर्णत: देशभक्ति से ओतप्रोत गीत है। नौशाद के संगीत निर्देशन में शांति माथुर और साथी कलाकारों द्वारा गया गया है। आपके लिए प्रस्तुत हैं नन्हा मुन्ना राही हूं song lyrics in hindi। 

Old song  nanha munna rahi hun lyrics  in hindi | देश भक्ति गीत नन्हा मुन्ना राही हूं पुराने गीत के बोल

नन्हा मुन्ना राही हूं song lyrics के भाव यह हैं कि यह गीत एक बच्चे की अभिलाषा को कहता है। शकील बदायूंनी ने बहुत ही बारीकी से एक बच्चे के अपने देश के प्रति दिल की अभिलाषा को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। 

इसमें किसी को यकीन ना करने की गुंजाइश नहीं है कि गीतकार की यह कल्पना मात्र है। यकीनन एक बाल मन में अपने देश के प्रति ऐसे भाव होते हैं कि वह अपने देश का नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं। कोई माने या न माने हम बड़ों की बजाय बाल मन देश के प्रति अधिक चिंतित और उसके विकाश के बारे में सोचता है।

यह बिल्कुल सत्य है कि हर बाल मन यही गाता है नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं और अपने देश का सिपाही बनना चाहता है। हर तरह का सिपाही चाहे सीमा का सिपाही अथवा देश के भीतर का। यकीन मानिए बच्चे अपने देश सेवा के लिए आतुर रहते है, सोचते हैं। यकीन न हो तो अपने दिल से पूछिए क्या आप बालपन में यह सब नहीं सोचते थे जैसे इस गीत Nanha munna rahi hun song lyrics in hindi में हैं। पढ़िए, विश्लेष्ण कर बचपन को याद कर स्वयं का आकलन करें।

गीत:- नन्हा मुन्ना राही हूं
फिल्म:- सन ऑफ इंडिया | son of India
गायक:- शांति माथुर और साथी
गीतकार:- शकील बदायूंनी
संगीतकार:- नौशााद

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं patriotism song lyrics hindi


नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद 

रस्ते में चलूंगा ना डर डर के

चाहे मुझे जीना पड़े मर मर के

मंजिल से पहले न लूंगा कहीं दम

आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम

दाहिने बांए दाहिने बांए थम

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद 


धूप में पसीना मै बहाऊगा जहां

हरे हरे खेत लहराएंगे वहां

धरती पे फा़के* ना पाएंगे जनम

आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम

दाहिने बांए दाहिने बांए थम

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद 


नया है जमाना मेरी नई है डगर*

देश को बनाऊंगा मशीनों का नगर

भारत किसी से रहेगा नहीं कम

आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम

दाहिने बांए दाहिने बांए थम

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद 


बड़ा होके देश का सहारा बनूंगा

दुनिया की आंखों का तारा बनूंगा

रखूंगा ऊंचा तिरंगा परचम

आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम

दाहिने बांए दाहिने बांए थम

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद 


शांति की नगरी है मेरा ये वतन

सबको सिखाऊंगा मैं प्यार का चलन

दुनिया में गिरने ना दूंगा कही बम

आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम

दाहिने बांए दाहिने बांए थम

नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं

बोलो मेरे संग जयहिंद जयहिंद जयहिंद

जयहिंद जयहिंद 

शब्द - अर्थ

फा़के - भुख, वैसे उपवास को भी कहते हैं। गीत में भाव भुख अथवा भुखमरी से है।

डगर - राह, रास्ता, मार्ग

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