Chand gagan Se Lyrics Charanon Ki Saugandh film ka gana

Chand gagan Se Lyrics Charanon Ki Saugandh film ka gana 

Chand gagan se lyrics जो है Charnon Ki Saugandh film ka gana. 1988 में आई चरणों की सौगंध एक गांव की पृष्ठभूमि पर बनी अमीर गरीब की खाई को दिखाती फिल्म है। जिसमे अमीरों की मनमर्जी के खिलाफ यदि गरीब डटकर कर मुकाबला करें तो वह अमीरों का घमंड तोड़ सकता है। प्रेमी प्रेमिका आधारित love song lyrics चांद गगन से फूल चमन से नही रह सकता दूर चरणों की सौगंध का गाना फिल्म में प्रेमी प्रेमिका की बजाय पति पत्नी के भावुक प्रेम को प्रदर्शित करता है। 

Chand gagan se fool chaman se lyrics in hindi analysis|Chand gagan se lyrics 

Charnon Ki Saugandh film ka gana chand gagan se lyrics में मिथुन चक्रवर्ती और अमृता सिंह मजबूरी में बने पति पत्नी की भूमिका करते नजर आते हैं। नही! नही! यह कोई त्रिकोणीय प्रेम कहानी नही है। यह तो महज अमीर लड़की से गरीब की पत्नी बनने पर मजबूर हुई लड़की आधारित गीत है। जिसमे भारतीय संस्कार और लड़की के विवाह पूर्व बुने सपनों के बीच संघर्ष है। खैर! आप चांद गगन से फूल चमन से लिरिक्स को पढ़िए। 

Chand gagan se ful chaman se lyrics in hindi|Song Lyrics Hindi

चाँद गगन से फूल चमन से रह नहीं सकता दूर
यही है रीत यही दस्तूर यही है रीत यही दस्तूर
दीप से ज्योति सीप से मोती मिलने पर मजबूर
यही है रीत यही दस्तूर यही है रीत यही दस्तूर

जैसे कच्चे कांच के दर्पण
ऐसे है ये प्यार के बंधन
जैसे कच्चे कांच के दर्पण
ऐसे है ये प्यार के बंधन
तोड़ सके न छोड़ सके न बड़े बड़े मगरूर
यही है रीत यही दस्तूर
यही है रीत यही दस्तूर

जीवन साथी साथ न छोड़े
जीवन साथी साथ न छोड़े
एक दूजे का हाथ न छोड़े
एक दूजे का हाथ न छोड़े

भूल हुई तो चोट लगी
तो होगा दर्द ज़रूर
यही है रीत यही दस्तूर
यही है रीत यही दस्तूर

लोग करे भगवन की पूजा
लोग करे भगवन की पूजा
प्यार है क्या भगवन है दूजा
प्यार है क्या भगवन है दूजा
प्यार वो पूजा एक में
दुजा दिए में जैसे नूर
यही है रीत यही दस्तूर
यही है रीत यही दस्तूर

चाँद गगन से फूल चमन से
रह नहीं सकता दूर
यही है रीत यही दस्तूर
यही है रीत यही दस्तूर
दीप से ज्योति सीप से
मोती मिलने पर मजबूर
यही है रीत यही दस्तूर
यही है रीत यही दस्तूर 

Chand gagan lyrics Hindi movie Song lyrics hindi analysis

Chand gagan se lyrics film Charnon Ki Saugandh में तब की परिस्थिति में बजता है जब मिथुन दा अमीर और गरीब के बीच गरीब के सरपंच बनने के उपरांत शर्त अनुसार अमीर की बेटी का हाथ गरीब के हाथ में देना होता है। 

अपनी नापसंद के बावजूद बेटी को बाप की नाक की खातिर गरीब को पति के रूप में कबूलना होता है। परंतु उसके लिए दिल से कबूल कर पाना असंभव है। परंतु उसका दिल अपने पति को पूर्णत नकारने को भी राजी नहीं। क्योंकि भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति कहती है कि एक बार माता पिता ने बेटी को जिसके पल्ले बांध दिया अब वही उसका सब कुछ है। 

पति पत्नी दोनो परेशान हैं। कि आखिर करें तो क्या करें? पति गा रहा है Chand gagan se ful chaman se lyrics, वह बताना चाह रहा है कि कब तक उनका मिलन  नही होगा? क्योंकि चांद का गगन में न रहना असंभव और फूलों के बिना बगीचा अधूरा है उसी तरह पति पत्नी एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। 

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