Romantic song lyrics Tumsa koi pyara koi masum in hindi

Romantic song lyrics Tumsa koi pyara koi masum in hindi 

Romantic song lyrics in hindi तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नही है गीत है फिल्म "खुद्दार" 1994 में प्रदर्शित। यह फिल्म गोविंदा करिश्मा कपूर स्टारर खुद्दार है न कि अमिताभ वाली। प्रस्तुत हैं तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम के सोंग लिरिक्स।

Tumsa koi pyara koi masum nahi hai song lyrics in hindi Khuddar 

  • गीत:- तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नही है
  • फिल्म:- खुद्दार (१९९४)
  • गायक:- कुमार शानू अलका याग्निक, साथी
  • गीतकार:- आनन्द बख्शी
  • संगीतकार:- अनु मलिक 

फिल्म खुद्दार के गीत तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नही है के romantic song lyrics को लिखा है आनंद बख्शी साहब ने।

अनु मलिक ने संगीत तैयार किया है इस Romantic love song lyrics in hindi का और कुमार शानू और अलका याग्निक ने एक्स्ट्रा साथियों के साथ गाया है "तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नही है, क्या चीज हो तुम खुद तुम्हे मालूम नही है"।

रोमांटिक सोंग लिरिक्स इन राइटिंग(Romantic Song Lyrics In Writing)

सहगान:-

आ आ.. 

का मौसम 

यहाँ हम यहाँ तुम 

सजनी को मिल गए 

साजन साजन साजन 

कुमार शानू:-

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है 

अलका याग्निक:-

लाखो है मगर तुमसा यहाँ कौन हसीं है तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं है 

कुमार शानू:-

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है 

अलका याग्निक:-

लाखो है मगर तुमसा यहाँ कौन हसीं है तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं है 

सहगान:-

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है

कुमार शानू:-

सौ फूल खिले जब ये खिला रूप सुनहरा सौ चाँद बने जब ये बात चाँद सा चेहरा

हो.. सौ फूल खिले जब ये खिला रूप सुनहरा सौ चाँद बने जब ये बात चाँद सा चेहरा 

अलका याग्निक:- 

इतना भी कोई प्यार की राहों में ना गुम हो 

बस होश है इतना मेरे साथ में तुम हो 

मेरे साथ में तुम हो मेरे साथ में तुम हो हम्म.. धड़कन है कहीं दिल है कहीं जान कहीं है 

तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं है 

कुमार शानू:- 

ये चाँदनी इन आँखों का साया तो नहीं है क्या चीज़ हो खुद तुम्हें मालूम नहीं है 

सहगान:-

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है....


ये होठ ये पलके ये निगाहे ये अदाएं 

मिल जाए खुदा मुझको तो मैं ले लूं बलाए 

हो.. ये होठ ये पलके ये निगाहे ये अदाएं मिल जाए खुदा मुझको तो मैं ले लूं बलाए 

अलका याग्निक:-

दुनिया का कोई भी ग़म मेरे पास न होगा तुम साथ में चलोगे तो ये एहसास न होगा एहसास न होगा एहसास न होगा हम्म.. आकाश है पैरों में हमारे के ज़मीन है 

तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं ऐसा

कुमार शानू:-

कोई महबूब ज़माने में नहीं है 

क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है 

अलका याग्निक:-

लाखो है मगर तुमसे यहाँ कौन हंसी है तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं तुमसा

कुमार शानू:-

कोई प्यारा कोई मासुम नहीं है क्या चीज़ हो खुद तुम्हें मालूम नहीं है


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