Aaya sawan jhoom ke 1969 Song lyrics in hindi
Aaya sawan jhoom ke old song lyrics hindi फिल्म "आया सावन झूम के" 1969 में प्रदर्शित हुई। तत्कालीन समय में फिल्म और गीत संगीत ने काफी धूम मचाई। Old song lyrics का आलम यह है कि इनकी सरसता कभी फीकी नही पड़ती, आज भी उतनी ही है। यकीन नही है तो पढ़े old song lyrics in hindi आया सावन झूम के।
आया सावन झूम के सोंग लिरिक्स फिल्म का Title song lyrics है क्योंकि फिल्म का नाम भी यही है, आया सावन झूम के, मुख्य भूमिकाओं में धर्मेंद्र, बलराज साहनी और आशा पारेख हैं। यकीन माने 1969 की बहुत बड़ी ब्लॉकबस्टर मूवी थी आया सावन झूम के।
1969 Movie Aaya sawan jhoom ke Title song lyrics hindi |
- गीत:- आया सावन झूम के
- फिल्म:- आया सावन झूम के(१९६९)
- गायक:- मो• रफी, लता मंगेशकर व सहगान
- गीतकार:- आनंद बख्शी
- संगीतकार:- लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
आया सावन झूम के song lyrics के साथ साथ फिल्म के सभी old classic song lyrics के Lyricist हैं आनंद बख्शी साहब।
ओल्ड सोंग आया सावन झूम के और संपूर्ण फिल्म का संगीत निर्देशन किया लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने। मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर ने झूम के गाया है बदरा छाए कि झूले पड़ गए हाय, कि मेले लग गये मच गई धूम रे, कि आया सावन हो झूम के song lyrics in hindi को।
आया सावन झूम के गीत लिखा हुआ चाहिए
मोहम्मद रफी:-
बद..रा..... रा.. हाय..
बदरा छाए कि झूले पड़ गए हाय
कि मेले लग गये मच गई धूम रे
कि आया सावन
हो झूम के, आया सावन झूम के
लता मंगेशकर:-
बद..रा.... रा.. हो
बदरा छाए कि झूमे पर्वत हाय रे
कजरारे बदरिया को चूम के
कि आया सावन
हो झूम के, आया सावन झूम के
लता:-
काहे सामने सबके
बालमवा तू छेड़े जालमवा (×२)
रफी:-
काहे फेंके नजर की डोरी
तू लुक छुप के गोरी
लता:-
गजरा.. रा.. हाये
गजरा हाये रे बैरी
बिखरा जाये रे मेरा
गजरा ओये मच गई धूम रे
कि आया सावन
हो झूम के, आया सावन झूम के
रफ़ी:-
जाने किसको किसकी
याद आई के चली पुरवाई (×२)
लता:-
जाने किस बिरहन का मन तरसा
के पानी बरसा
रफी:-
कंगना हाये
कंगना लाये कि घर लौट के आये
रे परदेसी विदेशवा से घूम के
कि आया सावन
हो झूम के आया सावन झूम के
लता:-
तेरे सेहरे की है ये लडियाँ
कि सावन की झडियाँ (×२)
रफी:-
ये है मस्त घटाओं की
टोली कि तेरी है डोली
लता:-
धड़का जाये
धड़का जाये रे मेरा मनवा हाये रे
साजनवा कि मच गई धूम रे
कि आया सावन
हो झूम के, आया सावन झूम के
बदरा छाए कि झूले पड़ गए हाय
कि मेले लग गये मच गई धूम रे
कि आया सावन
हो झूम के, आया सावन झूम के
आया सावन झूम के
हर शादी में बजने की परंपरा वाला बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है सोंग लिरिक्स फिल्म सूरज(1966) राजेंद्र कुमार वैजयंती माला।
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