Worn out dialogues of hindi movies Ghise Pite Dialouges

Worn out dialogues of hindi movies Ghise Pite Dialouges

Hindi movie worn out dialogues अर्थात hindi movies के घिसे पिटे dialouges जो लगभग हर hindi movie का हिस्सा रहकर अमर हो चुके हैं। Song Lyrics के साथ हमने  फिल्मों के संवाद से अवगत कराने हेतू इस पोस्ट का गठन किया है। इससे पहले भी हमने song lyrics quotes का भी गठन किया है। उम्मीद है आपको पसंद आएगी। 

The worn out dialogues from Hindi films that are almost always a part of Bollywood movies  

Hindi movie ke Ghise Pite Dialouges में हमने कुछ अलग अलग चरित्र के साथ प्रस्तुत करने की कोशिश की है। इसके अलावा दूसरे वो संवाद भी हैं जो किसी भी चरित्र के द्वारा कहे जा सकते हैं।

यह संवाद जो हर फिल्म में एक बार तो अवश्य ही होता है - "बचाओ! बचाओ...!" 

बॉलीवुड हिंदी फिल्मों के घिसे पिटे संवाद|Worn Out dialogues from Bollywood Hindi movies

जज अदालत में:- 

-- "गवाहों के बयानों और तमाम सबूतों को मद्देनजर रखते हुए, तज-ए-रात-हिंद, दफा 302 के तहत मुल्जिम को सजा-ए-मौत दी जाती है"

प्रेमिका:- 

-- "तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते"

-- "अब हमे शादी कर लेनी चाहिए"

-- "मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनने वाली हूँ" 

-- "मैंने तुम्हें क्या समझा और तुम क्या निकले"

मां:- 

-- "नजर ना लग जाए मेरे लाल को" 

-- "आज अगर तुम्हारे पिताजी जिंदा होते...आओ उनसे आशीर्वाद ले लो" 

-- "जुग जुग जीवो बेटा" 

-- "नही! मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता"

-- "मुझ पर रहम करो" 

पत्नी:- 

-- "आप बाप/पापा बनने वाले हैं" 

-- "सुनो! आज जल्दी आना" 

पुलिस:- 

-- "हैंड्ज अप!"

-- "रूक जाओ! कानून को अपने हाथ में मत लो" 

-- "कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं"

-- "ठहरो! यह शादी नहीं हो सकती!"

-- "वो एक गंदी नाली का कीड़ा है"

-- "उस गाड़ी का पीछा करो" 

-- "भागने की कोशिश मत करना" 

डॉक्टर्स:- 

--"मैने इंजेक्शन लगा दिया है इन्हे सुबह तक होश आयेगा" 

-- "बाकी ऊपर वाले की मर्जी" 

-- "आप आइए मेरे साथ" 

-- "आई एम सॉरी"

-- "आई एम सॉरी, मैं कुछ नही कर सकता"  

बाकी कुछ संवाद ऐसे हैं जो लगभग किसी भी चरित्र के लिए हो सकते हैं। चलिए उन पर भी एक नजर डाल लीजिए 

-- "मै कहाँ हूँ?"

-- "इसे धक्के मार-मार कर बाहर निकाल दो"

-- "ड्राईवर गाड़ी रोको"

-- "अगर अपनी माँ का दूध पीया है तो सामने आ"

-- "ये सौदा तुम्हें बहुत महंगा पड़ेगा"

-- "तूने हमारी इज्जत को मिट्टी में मिला दिया"

-- "ज्यादा होशियारी दिखाने की कोशिश मत करना"

-- "लो, मुँह मीठा करो"

-- "घर में दो जवान बेटियाँ हैं"

-- "कहाँ मुँह काला करवा कर आई है"

-- "तुम नहीं खाओगे तो मैं भी नहीं खाऊँगा"

-- "इस दोस्ती को रिश्तेदारी में बदल देते हैं"

-- "माँ! तुम्हे कैसे पता मुझे गाजर का हलवा पसंद है?"

-- "भगवान के लिये मुझे छोड दो"

-- मै तुम्हारी एक एक पाई चुकता करुंगा" 

-- "तुम्हें कैसे पता मुझे खीर पसंद है।" 

-- "फिर करेला"

स्पेशल Dialogues (संवाद) जो अक्सर मां बेटे का होता है - 

बेटा- "माँ! मैं फर्स्ट डिवीजन से पास हो गया।" 

मांँ- "जुग-जुग जीओ मेरे बेटे।" 

पुरानी बात है शायद आपको याद हो। जब कुत्तों में सुकिया रोग लग जाता था। तो सभी कुत्तों ने मिलकर अपने धरम पा जी (धर्मेंद्र) पर कोर्ट केस कर दिया। केस था कि धरम पा जी हमारी नस्ल को फलने फूलने नही दे रहे उन पर रोक लगाई जाए। जज के पूछने पर आखिर उन्होंने ऐसा क्या कर दिया? तो कुत्तों ने कहा, "क्या करे माई बाप? वो हर फिल्म में ऐसा कहते हैं कि हम सभी डरे डरे घूमते हैं।😔 खाया पिया लगने का सवाल ही नही। जज ने पूछा कि वे ऐसा क्या कहते हैं। तो जवाब था वो हमेशा हर फिल्म में कहते हैं - 

-- "कुत्ते मैं तेरा खून पी जाऊंगा।" 

-- जज साहब😳🥺 🤔


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