Heart touching hindi songs lyrics sandese aate hain lyrics- Border
Heart touching hindi songs lyrics sandese aate hai lyrics वाली बॉलीवुड की इंडियन हिंदी फिल्म बॉर्डर एक सच्ची घटना से प्रेरित है।
Sandese aate hai lyrics फौजी भाइयों के दिलों की भावनाओं का समीकरण है। 1971 भारत-पाक युद्ध की राजस्थान में तैनात आर्मी के मात्र 120 जवान और पूरी पाकिस्तान आर्मी की मुठभेड़ का विस्तृत वर्णन है। sandese aate hain lyrics भी वहीं फौजियों भाइयों की भावना को प्रदर्शित करता heart touching hindi songs lyrics hindi है।
Heart touching hindi songs sandese aate hai lyrics in hindi
- गीत:- संदेशे आते हैं लिरिक्स
- फिल्म:- बॉर्डर (१९९७)
- गायक:- रूप कुमार राठौड़, सोनू निगम
- गीतकार:- जावेद अख्तर
- संगीतकार:- अनु मलिक
Sandese aate hai lyrics hindi फौजी भाइयों में आज भी एक तरह की भावुक संवेदनाएं जगाता है। वो दूसरी बात है कि आज डिजिटल जमाना है परंतु हम उस दौर को नही भूल सकते जब फौजी भाई Border पर और उनके घरवाले घर पर डाकिए का एक दूसरे के पत्रों की खातिर बड़ी ही बेचैनी एवं तन्मयता से इंतजार करते थे। Heart touching hindi songs lyrics sandese aate hai lyrics बहुत कुछ कहता है पढ़कर देखिए। शायद ही आपको संदेश आते हैं लिरिक्स लिखा हुआ इससे बेहतरीन मिले👇
Sandese aate hai lyrics in hindi|heart touching hindi songs lyrics
होओ...हो... ओ ओ...
संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है
तो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन ये घर सूना सूना है
संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती हैं
तो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन ये घर सूना सूना है
किसी दिलवाली ने किसी मतवाली ने
हमें खत लिखा है
कि हमसे पूछा है
किसी की सासों ने
किसी की धड़कन ने
किसी की चूड़ी ने
किसी के कंगन ने
किसी के कजरे ने
किसी के गजरे ने
महकती सुबहों ने
मचलती शामों ने
अकेली रातों ने
अधूरी बातों ने
तरसती बाहों ने
और पूछा है तरसी निगाहों ने
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये दिल सूना सूना है
संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है
तो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन ये घर सूना सूना है
मोहब्बत वालों ने हमारे यारों ने
हूमें ये लि..खा है के हमसे पूछा है
हमारे गांवों ने
आम की छाओं ने
पुराने पीपल ने
बरसते बादल ने
खेत खलिहानों ने
हरे मैदानों ने
बसंती बेलों ने
झूमती बेलों ने
लचकते झूलों ने
महकते फूलों ने
चटकती कलियों ने
और पूछा है गांव की गलियों ने
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन गांव सूना सूना है
संदेसे आते हैं
हमें तड़पते हैं
तो चिट्ठी आती है
तो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन ये घर सूना सूना है
कभी एक ममता की
प्यार की गंगा की
वो चिट्ठी आती है साथ वो लाती है
मेरे दिन बचपन के
खेल वो आँगन के
वो साया आँचल का
वो टीका काजल का
वो लॉरी रातों में
वो नरमी हाथों में
वो चाहत आँखों में
वो चिंता बातों में
बिगड़ना ऊपर से
मोहब्बत अंदर से
करे वो देवी मां
यही हर खत में पूछे मेरी मां
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन आँगन सूना सूना है
संदेसे आते हैं
हमें तड़पते हैं
तो चिट्ठी आती है
तो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
कि तुम बिन ये घर सूना सूना है
हो... हो..ओ.. ओ...
ऐ गुज़रने वाली हवा बता
मेरा इतना काम करेगी क्या
मेरे गाँव जा मेरे दोस्तों को सलाम दे
मे गाँव में है जो वो गली
जहाँ रहती है मेरी दिलरुबा
उसे मेरे प्यार का जाम दे
उसे मेरे प्यार का जाम दे
वहीं थोड़ी दूर है घर मेरा
मेरे घर में है मेरी बूढ़ी मां
मेरी मां के पैरों को छूके
उसे उसके बेटा का नाम दे
ऐ गुज़रने वाली हवा ज़रा
मेरे दोस्तों
मेरी दिलरुबा
मेरी मा को मेरा पैयाम दे
उन्हे जाके तू ये पैगाम दे
मैं वापस आऊंगा
मैं वापस आऊंगा
फिर अपने गांवों में
उसी की छाओं में
के मां के आँचल से
गाँव के पीपल से
किसी के काजल से
किया जो वादा था वो निभाऊँगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा
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