Lyrics Amar Akbar Anthony Title song Anhoni Ko Honi Kar De|अमर अकबर एंथनी टाइटल सॉन्ग लिरिक्स होनी को अनहोनी कर दे हिंदी में
Anhoni ko honi kar de lyrics in hindi के बारे में आप जानते ही हैं कि 1977 की ब्लॉकबस्टर फिल्म "अमर अकबर एंथनी" का टाइटल सॉन्ग लिरिक्स है। प्रस्तुत हैं अनहोनी को होनी कर दे गीत के सोंग लिरिक्स और वो भी हिंदी और अंग्रेजी में।
Anhoni ko honi kar de song lyrics in hindi by Amar Akbar Anthony Title song
आनंद बक्शी द्वारा लिखे song lyrics in hindi honi ko anhoni kar de और अनहोनी को होनी, को अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, ऋषि कपूर अभिनीत फिल्म अमर अकबर एंथनी फिल्म मे इन तीनों स्टार्स के नाम होते हैं। जाहिर सी बात है, अनहोनी को होनी कर दे सोंग लिरिक्स टाइटल सॉन्ग के लिरिक्स होंगे।
लक्ष्मीकांत प्यारेलाल मशहूर संगीतकार जोड़ी ने अपने सुरो से सजाया इस सोंग लिरिक्स अनहोनी को होनी कर दे गीत को।
एक नही दो नही, तीन महान गायकों ने गाया इस अमर अकबर एंथनी फिल्म के शीर्षक गीत अनहोनी को होनी कर दे होनी को अनहोनी के लिरिक्स को। महेंद्र कपूर, किशोर कुमार और शैलेंद्र सिंह ने गाया अमर..., अकबर.. एंथनी।
- गीत:- अनहोनी को होनी कर दे
- फिल्म:- अमर अकबर एंथोनी(१९७७)
- गायक:- किशोर कुमार,महेंद्र कपूर, शैलेन्द्र सिंह
- गीतकार: आनंद बक्शी
- संगीतकार: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Amar Akabar Anthony Song Lyrics in Hindi
अनहोनी को होनी कर दे होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दे होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हो तीनो
अमर.. अकबर.. एन्थनी..
अनहोनी को होनी कर दे होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दे होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हो तीनो
अमर... अकबर... एन्थनी...
एक एक से भले दो दो दो से भले तीन
दूल्हा दुल्हन साथ नहीं बाजा है बरात नहीं
अरे दूल्हा दुल्हन साथ नहीं बाजा है बारात नहीं
कुछ डरने की बात नहीं
ये मिलन की रैना है कोई ग़म की रात नहीं
यारों हँसो बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी
यारों हँसो बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी
एक जगह जब जमा हो तीनो
अमर... अकबर... अन्थोनी...
एक एक से भले दो दो दो से भले तीन
शम्मा के परवानों को इस घर के मेहमानों को
शम्मा के परवानों को इस घर के मेहमानों को
पहचानो अंजानो को कैसे बातें मतलब की
समझाऊँ दीवानो को
सपन सलोने ले के आयी है ये रात सलोनी
सपन सलोने ले के आयी है ये रात सलोनी
एक जगह जब जमा हो तीनो
अमर.. अकबर... अन्थोनी...
अनहोनी को होनी कर दे होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हो तीनो
अमर... अकबर... अन्थोनी...
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