Old classic song Ramaiya Vastavaiya lyrics meaning in hindi


Old classic song Ramaiya Vastavaiya lyrics meaning in hindi 

Ramaiya Vastavaiya Maine dil tujhko diya फिल्म "श्री 420" का old classic song lyrics जो 1955 में प्रदर्शित और लोकप्रिय हुआ। आपने अपने जीवन में बहुतों गाने सुने होंगे। परंतु आपने कभी कभी गौर भी किया होगा किसी song lyrics meaning ko समझने पर हमारी सुईं अटक तो जाती है परंतु उस गीत की मधुरता के चलते नजरंदाज करे देते हैं, मसलन जिहाले मस्ती (मस्किन) मकून ब रंजिश का मीनिंग क्या है, वैसे ही old song lyrics Ramaiya Vastavaiya ka matalab क्या हो सकता है? 

चलिए आगे से कम से कम रमैया वस्तावैया के अर्थ के बारे में आप उलझन में नही रहेंगे। इसका समाधान मिल रहा है आपको।  

Old song Ramaiya Vastavaiya lyrics with meaning in hindi- Shree 420

Ramaiya Vastavaiya lyrics के लिए संगीत निर्देशन किया शंकर जयकिशन ने और मोहम्मद रफी एवं लता मंगेशकर ने गाया रमैया वस्तावैया मैंने दिल तुझको दिया रमैया वस्तावैया। चलिए रमैया वस्तावैया का अर्थ जानने से पहले इसके लिरिक्स देख लें।Shree 420 old movie के बारे में तो सभी जानते हैं। 1955 में आई राजकपूर नरगिस के अभिनय से सजी यह हिट मूवी के सभी सोंग लिरिक्स भी हिट थे। जिनमे Ramaiya Vastavaiya Maine dil tujhko diya खास पहचान बनाने में सफल रहा जिसके सोंग लिरिक्स को लिखा था शैलेंद्र ने। 

  • गीत:- मैने दिल तुझको दिया रमैया वस्तावैया
  • फिल्म:- श्री 420 (१९५५)
  • गायक:- मुकेश कुमार, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर
  • गीतकार:- शैलेंद्र
  • संगीतकार:- शंकर जयकिशन

श्री 420 फिल्म का गीत के बोल रमैया वस्तावैया लिखा हुआ।

रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया

रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया

हाँ रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया


नैनो में थी प्यार की रोशनी

तेरी आँखों में ये दुनियादारी न थी

तेरी आँखों में ये दुनियादारी न थी

तू और क न थी

तेरे मन में ये मीठी कटारी न थी

मै जो दुख पाऊँ तो क्या 

आज पछताऊं तो क्या

मै जो दुख पाऊँ तो क्या 

आज पछताऊं तो क्या

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया

हाँ रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया


उस देश में तेरे परदेस में

सोने चांदी के बदले में बिकते है दिल

सोने चांदी के बदले में बिकते है दिल

इस गाँव में दर्द की छाव में

प्यार के नाम पर ही तड़पते है दिल

प्यार के नाम पर ही तड़पते है दिल

चाँद तारो के टेल रात ये घाटी चले

चाँद तारो के टेल रात ये घाटी चले

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया

हाँ रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया


याद आती रही दिल दुखाती रही

अपने मन को मनाना न आया हमें

अपने मन को मनाना न आया हमें

तू न आए तो क्या भूल जाए तो क्या

प्यार करके भूलना न आया हमें

प्यार करके भूलना न आया हमें

वही से दूर से ही तू भी ये कह दे कभी

वही से दूर से ही तू भी ये कह दे कभी

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया

हाँ रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया


रस्ता वही और

मुसाफ़िर वही

एक तार न जाने कहाँ छुप गया

एक तार न जाने कहाँ छुप गया

दुनिया वही दुनियावाले वही

कोई क्या जाने किसका जहां लुट गया

कोई क्या जाने किसका जहां लुट गया

मेरी आँखों में रहे कौन जो तुझसे कहे

मेरी आँखों में रहे कौन जो तुझसे कहे

मैंने दिल तुझको दिया मैंने दिल तुझको दिया

हाँ रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया

प्यार हुआ इकरार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल श्री 420 मूवी सोंग लिरिक्स

चलिए आपने रमैया वस्तावैया सोंग लिरिक्स को पढ़ लिया अब और सारे लिरिक्स तो समझ में आ ही रहे हैं, केवल ये दो शब्द रमैया और वस्तावैया ही समझ से परे हैं। इन दो शब्दों का बहुत ही भावपूर्ण और प्रेम पूर्ण अर्थ है।

Ramaiya Vastavaiya meaning in hindi 

क्या करें सर जी इतना सब कुछ न लिखे तो गूगल देखता ही नही हमारे आर्टिकल की ओर। खैर! रमैया और वस्तावैया..

रमैया:- राम + अइय्या

राम नाम से तो सारी दुनिया रूबरू है। दूसरा शब्द "अइय्या" जो तेलगु भाषा का शब्द और पुल्लिंग है अर्थात पुरुष के लिए प्रेम आदर-सम्मान के लिए उपयोग में लाया जाता है। जैसे हिंदी में आप। 

वस्तावैया का अर्थ है क्या तुम आओगे या वास्तव में आओगे? तो इन शब्दो को कुछ ऐसे रूपांतरित करें..

राम+ अइय्या + वस्तावैया= राम तुम वास्तव में आओगे? अथवा राम तुम कब आओगे? तुम से अभिप्राय पर गौर न करे क्योंकि भगवान को और माता को आप शब्द का संबोधन कुछ अजीब सा लगता है। क्या आपको भी लगता है? 

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थोड़ा ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में झांके तो भक्तिकाल से ही महाराष्ट्र राज्य में तेलगु भाषा के द्रविड़ बहुतायत में मौजूद हैं। हो सकता है उनके इस सोंग लिरिक्स में शैलेन्द्र साहब ने वो पुट जोड़ा हो। 

परंतु सोचने वाली बात यह भी है कि गीतकार शैलेन्द्र तो रावलपिंडी (फिलहाल पाकिस्तान पंजाब में है) में जन्मे थे। फिर यह कैसे हुआ? ऐसे ही लोग हमे इंस्पायर करते हैं जो अपने काम में नयापन और यूनिक लाने के लिए सीखते रहते हैं। क्योंकि जब तक जीना सीखते रहना ही जीवन है। पता नही कब किस सीख से अपना या दूसरो का भला हो जाए।🙏🏻


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