National Anthem of India Lyrics in Hindi

National Anthem of India Lyrics in Hindi

National Anthem Lyrics in Hindi हमारे देश का राष्ट्रीय गान जिसे गाते हुए और सुनते हुए रोंगटे खड़े हो जाते हैं। Jana Gana Mana Full Lyrics in hindi आपके सम्मुख प्रस्तुत है। 

National anthem lyrics जिसे  रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा है। National Anthem in Hindi जन गण मन को गाने का समय सुनिश्चित होता है। Jana Gana Mana Full lyrics को गाने का निर्धारित समय 52 seconds होता है।  

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Jana Gana Mana lyrics in hindi and English - National Anthem lyrics

National anthem written by Gurudev Rabindranath Tagore

National Anthem of India in Hindi के Lyrics के मूल पद्य मे 5 पद हैं। रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा 1911 में बंगाली में रचा गया था।

Jana Gana Mana Full lyrics को 24 जनवरी 1950 में National Anthem in hindi को राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया और आधिकारिक तौर पर National Anthem of India की उपाधि (मान्यता) दी गई।

जिनमे से प्रथम पद को भारतीय राष्ट्र गान की मान्यता है । प्रथम पद को स्वरबद्ध 52 सेकेंड मे ही पूरा करना होता है अर्थात बावन सैकंडस में ही गाया जाता है । 24 जनवरी 1950 को इसे आधिकारिक रूप से भारत के राष्ट्रगान की मान्यता दी गई ।  

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Jana Gana Mana Lyrics in Hindi|national anthem of india in hindi

जन गण मन अधिनायक जय हे

भारत भाग्य विधाता 

पंजाब सिंध गुजरात मराठा 

द्राविड़ उत्कल बंग

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा 

उच्छल जलाधि तरंगा

तव शुभ नामे जागे 

तव शुभ आशिष मांगे 

गाहे तव जय गाथा 

जन गण मंगल दायक जय हे 

भारत भाग्य विधाता 

जय हे 

जय हे 

जय हे 

जय जय जय जय हे 

National Anthem of India lyrics information detail in hindi

  1. Anthem :- राष्ट्र गान - जन गण मन
  2. National Anthem lyrics को गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने लिखा भी और गाया भी था।
  3. राष्ट्र गान को गाने का निर्धारित समय 52 सेकंड्स का है।
  4. 11 दिसंबर 1911 को National Anthem lyrics को लिखा गया था।
  5. 27 दिसंबर 1911 में कलकत्ता (कोलकाता) में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में जन गण मन पहली बार गाया गया।
  6. 24 जनवरी 1950 को जन गण मन को National Anthem घोषित किया गया। 

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हमारे National Anthem Lyrics in Hindi का गायन अथवा धुन चल रही हो तो हर भारतीय का कर्तव्य है कि अगर वह चल रहा है स्वयं को स्थिर कर ले। वहीं के वहीं सावधान की मुद्रा में खड़ा हो जाए।

अगर कोई बैठा है और कानों में राष्ट्रगान का स्वर पड़ता है तो तत्काल खड़ा हो जाए। कोई भाई बहन यदि असहाय है, मजबूर है तो उन्हें हमारे National Anthem lyrics को सुनते ही अपने देश और राष्ट्रगान के सम्मान में अपना एक हाथ उठा देना चाहिए।

ऐसा करके हम अपने देश और National Anthem Lyrics के प्रति प्रेम, सद्भावना और सम्मान का दर्शाव करते हैं। 

अपने देश के झंडे और राष्ट्रगान का सम्मान करना भी देशभक्ति का एक प्रतीक है।  

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National Anthem of India lyrics in English|Jana Gana Mana lyrics in English

Jan gan man adhinayak jay he

Bharat bhagya vidhata 

Punjab sindh Gujrat Maratha

Dravid utkal bang

Vindhy himachal yamuna ganga

Ucchal jaladhi taranga 

Tav shubh name jage

Tav shubh ashish mange

Gahe tav jaygatha 

Jan gan mangal dayak jay he

Bhrat bhagya vidhata 

Jay he 

Jay he 

Jay he 

Jay  Jay  Jay  Jay he 

रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित Jana Gana Mana Lyrics Full lyrics के मूल पद्य में पांच पद्य हैं। जिनमें से प्रथम पद्य को National Anthem lyrics की उपाधि दी गई।

Jana Gana Mana Full lyrics in Hindi

प्रथमपद:-

जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता

पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग

विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग

तव शुभ नामे जागे तव शुभ आशिष मागे

गाहे तव जयगाथा।

जनगणमंगलदायक जय हे भारत भाग्यविधाता

जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे।।

द्वितीयपद:-

अहरह तव आह्वान प्रचारित शुनि तव उदार बाणी

हिन्दु बौद्ध शिख जैन पारसिक मुसलमान खृष्टानी

पूरब पश्चिम आसे तव सिंहासन-पाशे

प्रेमहार हय गाँथा

जनगण ऐक्य विधायक जय हे भारतभाग्यविधाता

जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे।।

तृतीयपद:-

पतन अभ्युदय वन्धुर पन्था युग युग धावित यात्री

हे चिरसारथि तव रथचक्रे मुखरित पथ दिनरात्रि

दारुण विप्लव-माझे तव शंखध्वनि बाजे

संकटदुःखत्राता

जनगणपथपरिचायक जय हे भारतभाग्यविधाता

जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे।।

चतुर्थपद:-

घोरतिमिरघन निविड़ निशीथे पीड़ित मूर्छित देशे

जाग्रत छिल तव अविचल मंगल नतनयने अनिमेषे

दुःस्वप्ने आतंके रक्षा करिले अंके

स्नेहमयी तुमि माता

जनगणदुःखत्रायक जय हे भारतभाग्यविधाता

जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे।।

पंचमपद:-

रात्रि प्रभातिल उदिल रविच्छवि पूर्व उदयगिरि भाले

गाहे विहंगम पुण्य समीरण नवजीवनरस ढाले

तव करुणारुणरागे निद्रित भारत जागे

तव चरणे नत माथा

जय जय जय हे जय राजेश्वर भारतभाग्यविधाता

जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे।।

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