Kaha Raja Bhoj Kaha Gangu Teli lyrics in English with Singer name

Kaha Raja Bhoj Kaha Gangu Teli lyrics in English with Singer name 

Song Lyrics in Hindi Kaha raja bhoj kahan gangu teli movie दूल्हे राजा में इस song lyrics की उपस्थिति देखी और सुनी जा सकती है। Chachundar ke sar pe na भाए चमेली कहां राजा भोज कहां गंगू तेली लिरिक्स का विश्लेषित वर्णन, singer name के साथ आपके सामने है।  

कहां राजा भोज कहां गंगू तेली सोंग लिरिक्स हिंदी आपको सुपरहिट मूवी old hindi movie पड़ोसन के song lyrics एक चतुर नार बड़ी होशियार की भांति लग सकता है। 

Kaha Raja Bhoj Kaha Gangu Teli lyrics in Hindi English with Singer name 

Song lyrics in hindi Kaha Raja Bhoj Kaha Gangu Teli lyrics जिसे समीर साहब ने कलमबद्ध किया साथ ही संगीतकार, सिंगर name आदि की जानकारी निम्लिखित है। 

  • गीत:- कहां राजा भोज कहां गंगू तेली लिरिक्स 
  • फिल्म:- दूल्हे राजा (१९९८)
  • गायक:- विनोद राठौड़, सोनू निगम
  • गीतकार:- समीर
  • संगीतकार:- आनंद मिलिंद

Kaha raja Bhoj kahan Gangu teli singer name|song lyrics in hindi

1998 में प्रदर्शित Dulhe Raja movie में कुल 6 song lyrics हैं। जाहिर सी बात है किसी एक गायक या गायिका ने तो गाए नही होंगे। उदित जी, अनुराधा जी आदि कई Singer name सामने होंगे। दूल्हे राजा के Song lyrics के बारे में, बहरहाल हम बताना चाहेंगे कि Kaha raja Bhoj kahan Gangu teli singer name विनोद राठौड़ (Vinod Rathod) और सोनू निगम (Sonu Nigam) हैं।

Kahan raja bhoj kaha gangu teli song lyrics in Hindi 

सोनू:-

खुश्बू शबाब रंग रवानी उठा के ला

कहते हैं उम्र रफ़्ता कभी लौटती नहीं

जा मयकदे से मेरी जवानी उठा के ला

राठौड़:-

अरे हे.. हे.. 

...गुजरा हुआ जमाना कभी लौटता नहीं

शायद कभी भी इसने देखा ना आइना

सठिया गया है इसको कुछ सूझता नहीं


छछूंदर के सर पे न भाये चमेली

छछूंदर के सर पे

छछूंदर के सर पे न भाये चमेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

क्यों उस्ताद ठीक है न 


सोनू:-

क्या बोला... छछूंदर

ओ.. मैं शक्कर की बोरी ये है गुड की भेली

मैं शक्कर की बोरी 

मैं शक्कर की बोरी ये है गुड की भेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली


राठौड़:-

कब्र के अंदर तेरी कमरिया

हांकब्र के अंदर तेरी कमरिया 

कमरिया...कमरिया

कब्र के अंदर तेरी कमरिया

बस कुछ दिन है बाकि उमरिया

सोनू:-

घर मेरा देखे झाके अटरिया

घर मेरा देखे झाके के अटरिया

अटरिया अटरिया

घर मेरा देखे झाके अटरिया

धन पे है मेरे इस की नजरिया 

राठौड़:-

अरे बूढ़ऊ ये शेर अर्ज़ है तेरे लिए

लोग अचे हो तो दौलत नहीं देखी जाती

सीरत अच्छी हो तो सूरत नहीं देखी जाती

इतना बता दो इस बेख़बर सौदागर को

माल अच्छा हो तो कीमत नहीं देखी जाती

क्या शेर मारा है

सोनू:-

बोया मुझको होने ने

बोया तुझको होने ने

न मैं होता तो क्या होता

न तू होता तो क्या होता

राठौड़:-

न तू होता तो ये होटल नहीं होता

न मैं होता तो ये ढाबा नहीं होता

न ये होटल होता न ढाबा होता

न ये रगडा होता न झगड़ा होता

सोनू:-

बुझा न मुझे झूठी मूठी पहेली

बुझा न मुझे....

...बुझा न मुझे झूठी मुठी पहेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

राठौड़:- ऐ गंगू 

सोनू:- ऐ पंगु 

राठौड़:- ऐ गंगू गंगड़े

सोनू:- ऐ पंगु लंगड़े

राठौड़:- कुछ सुना सुना

सोनू:- तो सुन....

...समझ समझ के समझ को समझो

समझ समझना भी एक समझ है

समझ समझ के समझ को समझो

समझ समझना भी एक समझ है

समझ समझ के जो न समझे

मेरी समझ में वो नासमझ है 

राठौड़:-

ए नासमझ...नासमझ ना समझ मुझे

अरे नासमझ...नासमझ ना समझ मुझे

मेरी समझ तो तेरी समझ की...

... समझ से बाहर है बाहर है

मेरी समझ तो तेरी समझ की समझ से बाहर है

सोनू:-

मैंने दिल दिया उनको प्यार की हद की

मैंने जान दी उनको ऐतबार की हद की

मरने के बाद भी खुली रहीं आँखे

ये मेरे इंतज़ार की हद थी

ये मेरे इंतज़ार की हद थी

राठौड़:-

मै तुझे झेल गया झेलने की हद थी

मै तुझसे खेल गया खेलने की हद थी

तेरे सामने ढाबा खोला

ये मेरे खोलने की हद थी

हां! मेरे खोलने की हद थी

सोनू:- 

सा रे गा म प द नि सा

सा नि द प म गा रे सा 

राठौड़:- 

थारे घर पे पैसा पैसा 

मेरे घर पे पैसा पैसा 

सोनू:-  

मैं इधर जाऊं के उधर जाऊं

बड़ी मुश्किल मुश्किल मुश्किल

मुश्किल में हूँ मैं किधर जाऊं

इधर जाऊं के उधर जाऊं

उधर जाऊं इधर जाऊं

इधर जाऊं के उधर जाऊं

किधर जाऊं......हो ओ

राठौड़:-

दौलत से गया शोहरत से गया 

भरी महफिल में इज्जत से गया 

बहोत हवा में था 

यारो में बाजी मार गया

मेरी जीत हुई ये हार गया

मेरी जीत हुई ये हार गया

मेरी हो गयी इस की कोठी हवेली

मेरी हो गयी है मेरी हो गयी

मेरी हो गयी इस की कोठी हवेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली

Kaha Raja Bhoj kaha Gangu Teli lyrics in English

sonoo:-

khushboo shabaab rang ravaanee utha ke la

kahate hain umr rafta kabhee lautatee nahin

ja mayakade se meree javaanee utha ke la

raathaud:-

are he.. he.. 

...gujara hua jamaana kabhee lautata nahin

shaayad kabhee bhee isane dekha na aaina

sathiya gaya hai isako kuchh soojhata nahin

Kaha raja bhoj kaha Gangu teli meaning 

Kaha raja bhoj kaha Gangu teli meaning जानने से पहले यह जान लीजिए कि यह एक कहावत है, इसे मुहावरा समझने की भूल न करें। जी हां यह सत्य है कि कहावतें और मुहावरे एक दूसरे से भिन्न होते हैं। आप गूगल में सर्च में yogi Samany Gyan पर जाकर समझ सकते हैं। खैर! तो इस कहावत कहां राजा भोज कहां के बारे में कुछ कथाएं प्रचलित हैं। जिनकी जानकारी आपको अवश्य होगी। हम आपको इसका मतलब मात्र बता देते हैं कि इसका मतलब है कि हुनरमंद लोगों एवं निकर्मी लोगो के बीच को मेल नहीं दोनो में जमीन आसमान का फर्क होता है। 
जहां एक कथा किसी तेली और राजा भोज की हो सकती हैं। वही एक कथा यह भी है कि गंगू (गांगेय)और तेली (तेलैय) दो अलग अलग सियासती राजा थे। जिन्होंने एकत्रित होकर तत्कालीन भव्य सम्राट राजा भोज को हराने हेतू उनकी राजधानी पर आक्रमण करने की भूल की और मुंह की खाई। तब से भी यह कहावत प्रचलन में है। क्योंकि राजा भोज के सामने वे दोनो बहुत ही बौने थे। लेकिन हिमाकत की। इसे आप अर्श और फर्श की उपमा भी से सकते हैं। हाथी के चलने और कुत्तों का भौंकना आदि। Kaha raja bhoj kaha Gangu teli meaning का मतलब मात्र यही है कि जहां किसी की तुलना में 1 और 100 का अंतर है वहां यह कहावत कहां राजा भोज कहां गंगू तेली फिट बैठती है। अब परिणाम अलग बात है।

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